मन भावन पहेलियां घर परिवार का परमेश्वर पुरस्कार खजाना। मन भावन पहेलियां घर परिवार का परमेश्वर पुरस्कार खजाना।
पचपन तक तो फिर भी हाल ठीक है पचपन के बाद तो सब बेहाल है! पचपन तक तो फिर भी हाल ठीक है पचपन के बाद तो सब बेहाल है!
जब पहुंचे पचपन में याद बहुत आया तब अपना बीता नायाब मदमस्त जमाना। जब पहुंचे पचपन में याद बहुत आया तब अपना बीता नायाब मदमस्त जमाना।
उम्र शरीर की होती है जनाब, मन कहाँ सोलह और पचपन के फेर में पड़ता है। उम्र शरीर की होती है जनाब, मन कहाँ सोलह और पचपन के फेर में पड़ता है।
उम्र साठ हो या फिर पचपन, लगता सभी को प्यारा बचपन। उम्र साठ हो या फिर पचपन, लगता सभी को प्यारा बचपन।
पचपन तक का सफर तय करना मुश्किल है तुम्हारे बिना। पचपन तक का सफर तय करना मुश्किल है तुम्हारे बिना।